जीवन की RTI

सूचना का अधिकार जब से है आया,
हम सब के जीवन को इसने सरल बनाया।
हर समस्या का मिल जाता है निदान,
परन्तु फिर भी प्रसन्न नहीं होता ये दिल नादान।
काश एक ऐसी RTI भी मिल जाए,
जो हमारे अपने हमसे बिछुड़ गए,उन सब को वापिस दिला जाए।
RTI भेज कर ईश्वर से करें ये सवाल,
इंसानों का क्यूँ हो जाता है ये हाल।
क्यूँ छीनता है इंसानों से सूकून के पल,
क्यूँ उनके अपने ही कर जाते है उनसे छल,
दूर चले जाते हैं वही जो होते हैं सबसे करीब,
समस्या ये सब इंसानों की है चाहे गरीब हो या अमीर
इसलिए आज मन किया कि,
ईश्वर के दरबार में भी लगा दूं RTI
जवाब उन्हें देना होगा मेरे इस सवाल का,
नहीं होगा उनके पास भी जवाब हर सवाल का,
मुझे मालूम है तुम नहीं दोगे जवाब
हजारों लोग मांग रहे हल इस सवाल का तुमसे जनाब,
नहीं दे सकते जवाब तो कुछ ऐसा कर दो
सभी का दामन खुशियों से भर दो।
कोई किसी अपने से दूर न हो,
सभी रहें स्वस्थ-सुखी, कुछ ऐसा कर दो।
फिर न करेगा तुमसे कोई सवाल,
न ही कोई मांगेगा अपनी RTI का जवाब।

अपनी बड़ी बहन ‘ऊषा रानी मनचन्दा’ को समर्पित

सरिता सेठी

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